रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सार्वजनिक मंच से खरी-खोटी सुनाने वाले राजनांदगांव के कांग्रेस नेता सुरेंद्र दास वैष्णव को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष भागवत साहू ने सुरेंद्र दास वैष्णव के जवाब पर असंतोष जताते हुए 6 साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का आदेश जारी किया है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। एक तरफ जहां कांग्रेस के बड़े नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी मेें शामिल हो रहे है, वही पूर्ववर्ती सरकार में 5 सालों तक कांग्रेस के राज में असंतुष्ट कार्यकर्ता और पदाधिकारी अब अपनी भड़ास खुले मंच पर अपने ही पार्टी के शीर्ष नेताओं के सामने निकाल रहे है। कुछ ऐसा ही मामला पिछले दिनों राजनांदगांव में देखने को मिला था। जहां सार्वजनिक मंच से जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष व कांग्रेस नेता सुरेंद्र दास वैष्णव ने खुटेरी में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन पार्टी के नेताओं को कटघरे में खड़ा कर दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के पांच साल के कार्यकाल में नहीं किसी का काम हुआ और ना ही उन्हें सम्मान मिला।
पांच साल तक वह केवल दरी उठाने का काम करते रहे। सुरेंद्र दास वैष्णव के इस बयान के बाद राजनीतिक सरगर्मी और बयानबजियों का दौर शुरू हो गया था। कांग्रेस ने पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए सुरेंद्र दास को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। जवाब प्रस्तुत होने के बाद रविवार को जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष भागवत साहू ने निष्कासन का आदेश जारी किया है। जिलाध्यक्ष के द्वारा निष्कासन आदेश में उल्लेख किया गया है कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के ऊपर सार्वजनिक रूप से लगाए गए तथ्यहीन आरोप को निराधार व प्रस्तुत जवाब स्पष्टीकरण से संतोषप्रद नहीं होने के कारण असंतुष्ट होकर जिला कांग्रेस कमेटी राजनांदगांव के द्वारा सुरेंद्र दास वैष्णव को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया गया है।